सोमवार, 6 जनवरी 2014

Clouds Return Without Rain / बिन बरसे लौटे बादल

बरसात के दिनों में अक्सर हम देखते हैं कि आकाश में बहुत से बदल इकट्ठे हो गए हैं l इन बादलों को देखकर ऐसा लगता है, मानो थोड़ी ही देर में बरसात आने वाली है, लेकिन इन बादलों से कभी तो बरसात हो जाती है और कभी थोड़ी देर में ये बदल गायब हो जाते हैं और वर्षा की बूंदें भी नहीं आती l क्या आप जानते है कि सभी बादल बरसते क्यों नहीं हैं ?
     हम जानते हैं कि सूर्य की गर्मी के कारण समुंद्र का पानी भाप बनकर वायुमंडल में जाता रहता है l गर्मी के दिनों में पानी से भाप बनने की क्रिया तीव्र हो जाती है l इससे वायुमंडल में जलवाष्प की मात्रा बढ़ जाती है l इस स्थिति में तापमान में थोड़ी सी गिरावट होने पर यह वाष्प संधनित होकर पानी के छोटे-छोटे कणों में बदल जाती है l इसी संधनित रूप को बादल कहते हैं, जिसमें पानी के असंख्य छोटे-छोटे कण होते हैं l
     इस प्रकार बने हुए बदल के निचे की हवा यदि ठंडी हो,तो बादलों में उपस्थित जलकणों का आकार बड़ा होता जाएगा और ये पानी की बड़ी बन्दों में बदल जाएंगें l यही बूंदें वर्षा के रूप में जमीन पर गिर जाती हैं l

     इसी प्रकार यदि इन बादलों के निचे की हवा गर्म हो, तो उसमें उपस्थित संधनित जलकण फिर से वाष्प में बदल जाएंगे l परिणाम यह होगा की बदल बिन बरसे आंखों से ओझल हो जाएंगे l …………

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