प्लास्टिक सुर्जरी त्वचा से सम्बंधित एक सेसी
शल्य-किया है, जिसके द्धारा पैदायशी अंग-दोष या दुर्धटना में विकृत हुए अंगों को
ठीक किया जा सकता है l इसके द्धारा चेहरे के बदसूरत दाग दूर किए जा सकते हैं l जल
जाने, काट जाने या चेचक निकलने से पैदा हुई त्वचा की बदसूरती को दूर किया जा सकता
है l कभी-कभी ऐसा होता है कि जन्म के समय किसी बच्चे का ऊपर का होंठ कटा हुआ होता
है l प्लास्टिक सुर्जरी से होंठ की त्वचा को इस प्रकार जोड़ा जा सकता है, जैसे
उसमें कोई दोष ही न था l
केवल सौंदर्य के लिए की जाने वाली प्लास्टिक
सुर्जरी को कास्मेटिक सर्जरी या व्यूटी सर्जरी कहते हैं l इसके द्धारा चेचक के दाग
ठीक किए जा सकते हैं l चेहरे की झुर्रियां दूर की जा सकती हैं l स्तनों का आकार
ठीक किया जा सकता है l इसके साथ ही इसका उपयोग पलकों की मोटाई को कम करने, मोटे
होठों को पतला करने, ठोड़ी और नाक का आकार सुधारने में किया जाता है l
भारत में हजारों वर्ष पहले भी प्लास्टिक
सुर्जरी प्रचलित थी l प्राचीन काल में जब कोई व्यक्ति अपराध करता था, तो उसकी नाक
काट ली जाती थी l उस समय भी ऐसे प्लास्टिक सुर्जरी थे, जो गालों पर से त्वचा लेकर
नयी नाक का निर्माण कर देते थे l आधुनिक प्लास्टिक सुर्जरी की शुरुआत अमरीका में
19 वीं शताव्दी में हुई l
क्या आप जानते है कि प्लास्टिक सुर्जरी कैसे
की जाती है ? प्लास्टिक सुर्जरी से शरीर की त्वचा की आवश्यकता होती है l त्वचा के
एक निश्चित माप के आकार को शरीर के स्वस्थ स्थान से काट लिया जाता है और उसे
प्रभावित स्थान पर आरोपित कर दिया जाता है l प्लास्टिक सुर्जरी से त्वचा की केवल
दो परतें ही ली जाती हैं, क्योंकि नये स्थान पर इन परतों मे जीवित रहने की अधिक
क्षमता होती है l
आजकल लगभग हर बड़े शहर में सरकारी हस्पतालों
और प्राइवेट क्लीनिकों में प्लास्टिक सुर्जरी की सुविधाएं उपलव्ध हैं l केवल
सौंदर्य बढ़ाने के लिए ही इन क्लीनिकों में सैकड़ों आपरेशन रोज किए जाते हैं l
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बहुत अच्छा लेखक
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