अमेरिका आज विश्व का सबसे समृद्ध तथा
शक्तिशाली देश मन जाता है मुख्य रूप से इसका विकास पिछले दो सौ वर्षों में ही हुआ
है l इससे पहले यह 13 छोटी-छोटी बस्तियों में बंटा हुआ था l यह हम भलीभांति जानते
हैं कि अमेरिका की खोज कोलंबस (Columbus) ने की थी, फिर इसका नाम उसके नाम पर
क्यों नहीं पड़ा ? इसे कोलंबस का दुर्भाग्य ही समझो l अमेरिका का नाम अमेरिका कैसे
पड़ा ? इसकी बड़ी दिलचस्प कहानी है l
इटली का विश्वविख्यात यात्री कोलंबस, जो
स्पेन में नौकरी करता था, भारत की तलाश के लिए समुंद्री यात्रा पर निकला l 12
अक्टूबर 1492 की सुबह वह किसी द्धीप पर पहुंचा l स्पेन के राजा फडिॅनैणड और रानी
इजाबेला के नाम से उसने इस द्धीप पर अधिकार जमा लिया और उसका सैन सल्वाडोर (San
Salvador) नाम रखा l यह द्धीप अमेरिका का मुख्य भाग नहीं था, बल्कि एक छोटा सा
हिस्सा था l इसे आज वाटलिंग द्धीप (Watling Island) कहा जाता है इस द्धीप को उसने
भारत (India) समझा और वहां के लोगों को भारतीय (Indian) कहना शुरू कर दिया l आज भी
उन्हें इसी नाम से पुकारा जाता है l यहां से वह जापान जाना चाहता था, लेकिन वह
क्यूबा और हिस्पेनिओला पहुंच गया l भारत न मिलने पर वह निराश होकर 14 मार्च 1493
को स्पेन वापस लौट गया l
24 सितम्बर 1493 की अपनी दूसरी यात्रा में उसने
पोटेरीको व जमैका जैसे नए द्धीप खोज निकाले, लेकिन उसे भारत नहीं मिला l 1498 की
तीसरी यात्रा में उसने ट्रिनिडाड को ढूंढ निकाला और वह दक्षिणी अमेरिका के मुहाने
तक पहुंच गया l
उन्ही दिनों स्पेन के एक अमेरिगो वेस्पुशी (Amerigo Vespucci) नामक दुसरे
नाविक ने यह घोषणा कर दी कि दक्षिणी अमेरिका की
मुख्य जमीन पर 16 जून 1497 को पहुंचने वाला वह पहला व्यक्ति था l यधपि
विशेषज्ञों का कहना है कि 1499 तक अमेरिगो ने कोई समुंद्री यात्रा नहीं की थी l सन
1499में अलान्सो द ओजेदा (Alanso de Ojeda) ने फ्लोरेंटाइन अमेरिगो वेस्पुशी
(Florentine Amerigo Vespucci) के साथ ओरिनोको (Orinoco) मुहाने तक यात्रा की और
वेनेज़ुएला (Venezuela) की खोज की l 1501-02 में वेस्पूशी ने पुर्तगाल के झंडे के नीचे
सवयं एक समुंद्री यात्रा का मार्ग निर्देशन किया और ब्राजील देश की खोज की l
वेस्पूशी को यह स्पष्ट था कि कोलंबस ने जिस भूमिखंड को एशिया का एक भाग मन था,
वास्तव में वह नयी दुनिया का एक महाद्धीप था l 1500 को आरम्भ में वेस्पूशी के
लेखों का काफी प्रचार हुआ और उसको इस बात का यश प्राप्त हो गया कि वह पहला
यूरोपियन (European) व्यक्ति है, जिसने दक्षिण अमेरिका को खोजा है l जर्मन के एक
भूगोलशास्त्री मार्टिन वाल्ट सी मूलर ने ब्राजील के भूमि क्षेत्र को, वेस्पूशी को
सम्मान देने के लिए, अमेरिका नाम de दिया l यही नाम लोगों की दृष्टि में जैम गया
और सारे संसार में इसी नाम का प्रयोग होने लगा l ...........
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें