प्राचीन काल में लोग ने रात्रि में अध्ययन
करने पर यह देखा कि बहुत से चमकीले तारों के अलग-अलग समूह बने हुए हैं l इन समूहों
को तारामंडल कहा गया l इन तारामंडलों की गतिविधियों का अध्ययन करने के बाद यह पाया
गया कि ये आकाश में एक निधारित दिशा में घूमते हैं l साल के साल विभिन्न समय पर
दिखाई पड़ने वाले विशेष तारामंडलों की संख्या 12 पाई गई l सूर्य और चन्द्रमा हमेशा
आकाश के उसी हिस्से में, जिसमें ये 12 तारामंडल थे, उदय और अस्त होते दीखते थे l
इन्हीं 12 तारामंडलों का नाम राशि चक्र (Zodiac) रखा गया l इसलिए आकाश का वह कल्पित
भाग, जिसमें से सूर्य, चन्द्रमा और ग्रह गुजरते हुए प्रतीत होते हैं, राशि चक्र या
रशिवृत्र कहा गया l इन 12 तारामंडलों को, जिनमें प्रत्येक 30 डिग्री के अंतर पर
था, राशि कहा गया l इस प्रकार 12 राशियां बनाई गई, जिनमें प्रत्येक राशि एक
तारामंडल से सम्बंधित है तथा तारामंडल की आकृति धरती पर पाई जाने वाली किसी न किसी
वस्तु से मिलती अवश्य है l इनसे हर महीने राशियों के नाम और सूर्य की स्थिति का
पता लगाया जा सकता है l राशियों के नाम और सूर्य की स्थिति का समय निम्न प्रकार है
l
मेष (Aries – The Ram) : 21 मार्च से 19 अप्रैल तक ;
वृष (Taurus – The Bull) : 20 अप्रैल से 20 मई तक ;
मिथुन (Gemini – The Twins) : 21 मई से 21 जून तक ;
कर्क (Cancer – The Crab) : 22 जून से 22 जुलाई तक ;
सिंह (Leo – The Lion) : 23 जुलाई से 22 अगस्त तक ;
कन्या (Virgo – The Virgin) : 23 अगस्त से 23 सितम्बर तक ;
तुला (Libra – The Balance) : 23 सितम्बर से 23 अक्टूबर तक ;
वृश्चिक (Scorpio – The Scorpion) : 24 अक्टूबर से 21 नवम्बर तक ;
धनु (Sagittarius – The Archer) : 22 नवम्बर से 21 दिसम्बर तक ;
मकर (Capricorn – The Goat) : 22 दिसम्बर से 19 जनवरी तक ;
कुम्भ (Aquarius – The Water Bearer) : 20 जनवरी से 18 फ़रवरी तक ; और
मीन (Piscer – The Fish) : 19 फ़रवरी से 20 मार्च तक l
इन्हीं बारह राशियों पर ज्योतिष विज्ञान
आधारित है l ऊपर दी गई तारीखों को ज्योतिषी लोग आज भी प्रयोग में लाते हैं l इन
बारह तारामंडलों के अतिरिक्त प्राचीन काल के लोगों को 36 दुसरे तारामंडलों के बारे
में भी जानकारी थी l इस प्रकार प्राचीन समय में लोगों को 48 तारामंडलों का ज्ञान
था l बाद में 40 अन्य तारामंडलों के विषय में खगोल शास्त्रियों ने जानकारी प्राप्त
की l इस तरह आज कुल मिलाकर 88 तारामंडलों के विषय में जानकारी उपलव्ध है l इनमें
हाइडा॒ नामक तारा मंडल सबसे बड़ा है l इसमें कम से कम 78 ऐसे तारे हैं, जिन्हें
बिना किसी यंत्र की सहायता से देखा जा सकता है l .............
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