प्रकृति में अनेकों प्रकार के पक्षी देखने को मिलते हैं l उल्लू भी
उनमें से एक है l यह एक ऐसा बिचित्र पक्षी है, जिसे दिन कि अपेक्षा रात में अधिक
स्पष्ट दिखाई देता है . उल्लू को दिखाई तो दिन में भी देता है, लेकिन उतना स्पष्ट
दिखाई नहीं देता, जितना कि रात में l इसके कान बेहद संवेदनशील होते हैं और रात में
जब इसका कोई शिकार (जन्तु) थोड़ी सी भी हरकत करता है, तो इसे पता चल जाता है और यह
उसे पकड़ लेता है l इसके पैरों में टेढ़े नाखूनों वाले चार पंजे होते हैं, जिससें
इसे शिकार दबोचने में विशेष सुविधा रहती है l चूहे इसका विशेष भोजन हैं l
उल्लू लगभग संसार के सभी भागों में पाया जाता है l कुछ देशों में इसे
अशुभ पक्षी मानते हैं, तो कुछ देशों में इसे बुद्धिमान और शुभ पक्षी मानते हैं
उल्लू को अंधेरे का पक्षी कहते हैं, जिन पक्षियों को रात में अधिक दिखाई देता है,
उन्हें रात का पक्षी (Nocturnal Birds) कहते है, क्या आप जानते है कि रात के
अंधेरे में उल्लू को किस प्रकार दिखाई देता है ?
इस बात को समझने के लिए यह जानना जरुरी है कि हमें वस्तुएं कैसे दिखाई
देती हैं l वस्तु से आने वाला प्रकाश हमारी आंख के अन्दर उपस्थित लेन्स द्वारा आंख
के पर्दे पर केन्द्रित हो जाता है l आंख के इस पर्दे को रेटीना (Retina)कहते हैं l
इस पर वस्तु का उल्टा प्रतिबिम्ब बनता है, जो मस्तषक द्वारा सीधा कर दिया जाता है
और वस्तु हमें दिखाई देने लगती है l उल्लू कि आंखों में चार विशेषताएं होती हैं,
जिनके कारण इसे रात में अधिक दिखाई देता है l पहली विशेषता तो यह है कि इसकी आंख
के लेन्स और रेटीना के बीच कि दुरी हमारी आंख के लेन्स और रेटीना बीच कि दुरी की
अपेक्षा होती है, जिससे वस्तु का रेटीना के ऊपर बड़ा प्रतिबिम्ब बनता है l इसकी आंख
में पेक्टन (Pecten) नमक एक विशेष अंग होता है, जो अलग-अलग दूरियों के लिए लेन्स
को फोकस (Focus) कर देता है l दूसरी विशेषता यह है कि इसकी आंख में संवेदन
कोशिकाओं (Rods and Cones) कि संख्या 2000 प्रति वर्ग मिलीमीटर होती है, इस प्रकार
उल्लू हमारी अपेक्षा पांच गुना अधिक देख सकता है, तीसरी विशेषता यह है कि इसकी आंख
में एक लाल रंग का पदार्थ होता है, जो वास्तव में एक प्रोटीन हैं l इस कारण रात के
प्रकाश के लिए इसकी आंखे संवेदनशील हो जाती हैं चौथी विशेषता यह है कि इसकी आंख की
पुतलियां अधिक फैल सकती हैं, जिससे काम से काम रोशनी भी इसकी आंख में जा सकती है.
इन चारों विशेषताओं के कारण उल्लू को रात में अधिक दिखाई देता है ..............
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