आमतौर पर समुंद्री पहाड़ (SEA MOUNT) उन पहाड़ों को कहते हैं , जो
समुंद्र कि तलहटी से कम से कम 2 कि. मी. ऊंचे होते हैं l अब तक 1 लाखोँ समुंद्री
पहाड़ों का पता लगाया जा चूका है l आशा है कि आने बाले समय में और बहुत से पहाड़ों
का पता लग जाएगा l क्या तुम जानते हो कि समुंद्र के अंदर पहाड़ों का जन्म कैसे होते
है ?
जिस तरह पृथ्वी कि भीतरी हलचल से पहाड़ो का जन्म होता है , वैसे ही
समुंद्र तल कि हलचल से पहाड़ों का जन्म होता है l समुंद्र तल में फटने वाले ज्वालामुखियों
से भी पहाड़ बन जाते हैं l आमतौर पर इन पहाड़ों कि ऊंचाई l 1 से 3 कि.मी. तक होती है
l इनमें से अधिकतर पहाड़ पानी के अंदर ही डूबे होते हैं l लेकिन उनमें से कुछ पानी
के ऊपर भी आ गए है l समुंद्र के पानी से ऊपर उठे हुए चपटे पहाड़ो को द्वीप (Island) कहा जाता है l हवाई द्वीप समूह का जन्म ऐसे ही
हुआ l
सागर के अंदर बहुत
से पहाड़ हैं l मध्य सागर के मध्य में स्थित पर्वत श्रृंखला संसार में सबसे बड़ी
श्रृंखला है l इसकी लम्बाई लगभग 64000 कि.मी. (40 हजार मिल) है l प्रशांत महासागर
(Pacific Ocean) के उत्तरी-पूर्वी भाग में भी बहुत से पर्वत हैं l इनमें अधिकांश
पर्वत तो पानी में डूबे हुए हैं , लकिन हवाईन श्रृंखला (Hawaian Chain) के कुछ
पहाड़ समुंद्र की सतह के ऊपर आ गए हैं l इनको हवाई द्वीप समूह के नाम से पुकारा
जाता है यह द्वीप आजकल अमेरिका कि एक हिस्सा है l हवाई श्रृंखला का सबसे ऊंचा पहाड़
‘मोना कि’ (Mauna Kea) है l समुंद्र के पानी कि सतह से इसकी ऊंचाई केवल 4200 मीटर
(13,780 फुट) है , लकिन समुंद्र के ताल से इसकी कुल ऊंचाई 9686 मीटर (31,780 फुट)
है , अर्थात् इस पहाड़ का 5486 मीटर (18,000 फुट) हिस्सा समुंद्र के पानी के अंदर
है l यदि समुंद्र के अंदर से इसकी ऊंचाई मापी जाए तो यह विश्व का सबसे ऊंचा पहाड़
है l
सन 1840 तक समुंद्र कि तलहटी के विषय में मनुष्य को कई विशेष जानकारी
नहीं थी l इसी वर्ष सर जेम्स रौस (Sir James Ross) ने समुंद्र कि तलहटी का अध्ययन
शुरू किया l 1920 में समुंद्र कि तलहटी में अध्ययन के लिए एक नये तरीके का विकास
किया गया l इस तरीके से ध्वनि तरंगे समुंद्र के पानी के अंदर भेजी जाती थी और
समुंद्र के पानी के अंदर उपस्थित वस्तुओं द्वारा ये तरंगे परावर्तित हो जाती हैं l इन
परावर्तित तरंगो का अध्ययन करके समुंद्र तल कि बहुत सि बातों का पता लगा लिया जाता
है l 1945 के बाद समुंद्र तल के अध्ययन के लिए कुछ और भी तरीके विकसित कर लिया गया
था l…………
Good knowledge
जवाब देंहटाएं