मंगलवार, 8 अक्टूबर 2013

Sea ​​Salt Water / समुंद्र का खारा पानी

     सभी लोग जानते है कि समुंद्र का पानी खारा होता है l इसका मतलब समुंद्र के पानी में नमक होता है l समुंद्र के एक गैलन पानी में लगभग एक सौ पन्द्रह ग्राम नमक होता है अर्थात् तीन से साढ़े तीन प्रतिशत तक नमक होता है l खुले समुन्द्रों की तुलना में भूमध्य सागर और लाल सागर जैसे बंद समुन्द्रों के पानी में नमक की मात्रा अधिक होती है l 340 वर्ग कि.मी.में फैले मृत सागर में ग्यारह अरब साठ करोड़ टन नमक होने का अनुमान है l यदि धरती से सारे समुन्द्रों को सुखाकर उनसे प्राप्त नमक को जमा किया जाए , तो उससे 288 कि.मी. (180 मील) ऊंची और 106 कि.मी. (1 मील) चौडी ऐसी दिवार बनाई जा सकती है , जो भूमध्य रेखा पर पुरे गोलाध्दॅ में पृथ्वी का एक घेरा बना सकती है l नमक की यह मात्रा पुरे योरूप महाद्वीप के भार की तुलना में 15 गुना अधिक होगा l
     क्या तुम जानते हो कि यह नमक समुंद्र के पानी में कहां से आता है ? इस प्रश्न का उत्तर अभी तक वैज्ञानिकों को पुरी तरह से मालूम नहीं है l लेकिन इसकी उपसिथति का व्योरा इस प्रकार है l हम जानते हैं l कि नमक पानी में धुलान्शील है l धरती की सतह पर अन्य खनिजों के साथ नमक भी होता है l जब बरसात होती है , तो धरती कि सतह का नमक पानी में धुलकर नदियों में चला जाता है l जब ये नदियाँ समुंद्र में मिलती हैं तो यह नमक समुंद्र में ही रह जाता है l यह भाप वर्षा के रूप मे धरती पर गिरती है और फिर धरती के खनिजों को घोल के रूप में समुंद्र तक ले जाती है l समुंद्र से पानी का तो वास्पीकरण होता रहता है , लेकिन नमक वहीं जमा होता चला जाता है और इस प्रकार नमक कि मात्रा समुंद्र के पानी में बढती जाती है l इस प्रकार हज़ारों लाखोँ वर्षों से यही क्रिया लगातार हो रही है , जिसके फलस्वरूप समुंद्र का पानी खारा हो गया है l
     प्रतिदिन प्रयोग में आने वाला नमक समुद्रों से या खारी झील के पानी से भी बनाया जाता है , किन्तु एक प्रकार का नमक चट्टानों से भी प्राप्त किया जाता है l यदि समुंद्र में नमक ना होता , तो सायद हमें नमक जैसीं महत्वपूणॅ चीज ना मिल पाती l..........

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