सर्दियों में हम गर्म कपडे पहनते हैं l ये
गर्म कपड़े ऊन से बनाये जाते हैं l ऊन हमें भेड़ों से प्राप्त होती है l जिस प्रकार
हमारे सिर पर बाल उगते हैं, ठीक उसी प्रकार भेड़ के शारीर पर भी बाल उगते हैं l भेड़
के ये बाल ही ऊन कहलाते हैं l भेड़ के ये बाल ठंड से उसकी रक्षा करते हैं, क्या आप
जानते है कि भेड़ से ऊन किस प्रकार तैयार कि जाती है ?
साल में एक बार भेड़ के बाल काटे जाते हैं l
जब जाड़े का मौसम समाप्त होने को होता है और गर्मी आने को होती है तब भेड़ को बालों
कि जरुरत नहीं होती l उसी समय भेड़ के बालों में कांटे, गंदगी और चिकनाई होती है l
बालों को साफ करने के लिए उनके गोले बनाकर ऊन को सुतलियों में बांध दिया जाता है l
अब इस ऊन कि सफाई कि जाती है l इसके बाद मशीनों कि सहायता से ऊन कि ऐंठन निकाली
जाती है l अन्त में इसे धागे के रूप में काट लिया जाता है इसी ऊनी धागे से गर्म
कपड़े बनाये जाते हैं l
यह बताना तो कठिन है कि मनुष्य ने भेड़ों को
कब पालना शुरु किया, लेकिन प्राचीन काल से ही मनुष्य भेड़ कि ऊन और मांस का प्रयोग
करता रहा है l सदियों के परिश्रम के बाद मनुष्य ने भेड़ों कि कई किस्में विकसित कर
ली हैं l इसमें कुछ किस्में मांस के लिए प्रयोग होती हैं और कुछ किस्में ऊन देने
वाली हैं l स्पेन और अफ्रीका में ‘ मैरिनो ’ नमक भेड़ मिलती है, जो ऐसे लगती है,
जैसे ऊन कि ही बनी हो l इसकी नाक और टांगें ही बिना ऊन के दिखती हैं, बाकी का शरीर
ऊन से ढका रहता है l अब अमेरिका और आस्ट्रेलिया में भी ‘ मैरिनो ’ जाति कि भेड़ें
बहुत मिलती हैं, जिनसे ऊन प्राप्त किया जाता है l इस जाति कि भेड़ से मिलने वाली ऊन
काफी गर्म होती है l
आस्ट्रेलिया में संसार में सबसे अधिक ऊन का उत्पादन होता है l सारे
संसार कि 30% ऊन आस्ट्रेलिया से प्राप्त होती है l आस्ट्रेलिया के बाद दूसरा नम्बर
अमेरिका का आता है l अमेरिका में तीस से पंचास करोड़ पौंड ऊन का प्रतिवर्ष उत्पादन
होता है l ..................
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