मृत सागर धरती पर एक आश्चर्यजनक पानी का भंवर हैं, जिसमे कोई भी
जीव-जन्तु जीवित नहीं रह सकता l इसलिए इसे मृत सागर कहते हैं l वास्तव में मृत
सागर एक खरी झील है, जो जोर्डन और इजराइल के बीच में स्थित है l यह 77 की.मी. (48
मिल) लम्बा है और इसकी चौराई 5 से 18 की. मी. (3 से 11 मील) के बीच में है, यह
संसार में पानी का सबसे निचा क्षेत्र है l आज इस सागर की सतह समुंद्री सतह से 396
मी. निचे है l आज से लाखों वष पहले मृत सागर की सतह आज की सतह से लगभग 427 मी.
ऊँची थी l उस समय इसमें समुंद्री जिव-जन्तु जीवित रहते थे l अचानक ही एक सुखा पड़ा
और इस सागर का पानी भाप बनकर उड़ गया l धेरे-धेरे इसमें पानी भरता गया और यह सागर
आज की सिथति में आ गया l
इस सागर से कोई भी नदी नहीं निकलती l जोर्डन नदी और कुछ छोटे-छोटे
नाले इसमें आकर मिलते हैं l चुकि इसमें से कोई नदी बहार नहीं निकलती, इसलिए इसका
पानी केवल भाप बनकर उड़ जाने से ही कम होता है l परिणाम यह होता है कि जोर्डन नदी व
अन्य छोटे-छोटे नालों द्रारा लाया गए नमक और धुलनशील खनिजों कि मात्रा इस सागर में बढती ही
जा रही है l आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मृत सागर में नमक कि मात्रा संसार के
सभी सागरों से अधिक है l आमतौर पर दूसरे समुद्रों के पानी में नमक कि मात्रा 4% से
6% होति है , जबकि मृत सागर में नमक कि मात्रा 23% से 25% तक है l यदि तुम इसके
पानी को चखकर देखो , तो यह केवल खारा ही नहीं लगेगा , बल्कि तुम्हेँ बीमार भी कर
देगा , क्योंकि इसमें जहरीले पदार्थ मेगनिशियम क्लोराइड कि भी काफी मात्रा होती है
l नमक और दूसरे जहरीले पदार्थों के मौजूद होने के करण इस सागर में कोई भी
जिव-जन्तु जीवित नहीं रह पाता l जोर्डन नदी कि मछलिया और दूसरे जीव इस पानी में
प्रवेश करते ही मर जाते है l इस कारण इसे मृत सागर कहा जाता है l
मृत सागर में पोटेशियम कारबोनेट , मेगनिशियम क्लोराइड ब्रोमीन व
कैल्शियम क्लोराइड जैसे कई उपयोगी पदार्थ भी मौजूद है ,इस सागर में लगभग 20 टन
पोटाश कि मात्रा का अनुमान है l पोटाश से कृत्रिम खादे बनाई जाती हैं , जो हमारे
लिए काफी उपयोगी है ……………..
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